लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिभाशाली छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए एक नई पहल शुरू कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 12 जून को लखनऊ स्थित लोक भवन सभागार में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2025 की परीक्षाओं में अलग-अलग बोर्डों के टॉप छात्रों को सम्मानित करेंगे। इस कार्यक्रम के जरिए सरकार का मकसद न सिर्फ छात्रों की मेहनत को सराहना है, बल्कि बाकी विद्यार्थियों को भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र के अनुसार, राज्य स्तरीय इस समारोह में कुल 166 मेधावी विद्यार्थियों को एक लाख रुपये, टैबलेट, प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा। इनमें यूपी बोर्ड, संस्कृत शिक्षा परिषद, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के टॉप 10-10 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। खास बात ये है कि प्रत्येक विद्यार्थी के साथ उनके एक अभिभावक को भी समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है।
राज्य स्तरीय कार्यक्रम के अलावा उसी दिन दोपहर के बाद प्रदेश के सभी 75 जिलों में जिला स्तरीय समारोह भी आयोजित होंगे। इन कार्यक्रमों में कुल 1508 विद्यार्थियों को – जिसमें हाईस्कूल से 758 और इंटरमीडिएट से 750 छात्र-छात्राएं शामिल हैं – 21 हजार रुपये नकद, टैबलेट, मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। ये पुरस्कार जिले के प्रभारी मंत्री, जनप्रतिनिधियों या जिलाधिकारी द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
सम्मान समारोह के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के स्वर्ण पदक विजेता स्कूली खिलाड़ियों को भी मुख्यमंत्री विद्यालयी खेल पुरस्कार से नवाजेंगे। इसके अलावा लखनऊ में संस्कृत शिक्षा परिषद और निदेशालय के नए भवनों का शिलान्यास किया जाएगा। इसी कार्यक्रम में चंदौली और भदोही के संस्कृत विद्यालयों और लखनऊ के दो बालिका इंटर कॉलेजों के नए भवनों की नींव भी रखी जाएगी। साथ ही, सरकारी माध्यमिक स्कूलों में कौशल विकास के लिए ड्रीम लैब की स्थापना हेतु एमओयू भी साइन किया जाएगा।